Uttrakhand Janmanch releases logo
Uttrakhand Janmanch Today releases its logo. Secretary General of Janmanch Rajen Todariya said on this occasion that the logo is symbol of resistance of hills of Uttrakhand. He said that logo represents the regional discourse, anger, struggle and regional aspirations of the hills of Uttrakhand. He said that a long journey is ahead to make people of Uttrakhand prosperous and self reliant. Journey of change is begun. People will come together and the scenario will be changed cpmpletely . He said that change is not only possible but we have no option to go for change.
उत्तराखंड जनमंच ने अपना लोगो जारी कर दिया है। यह पहाड़ी क्षेत्रीयता के प्रतिरोध का प्रतीक है। ‘‘पहाड़ की आन,बान और शान’’ जनमंच का ध्येय वाक्य घोषित किया गया है जबकि ‘‘ रोजगार हो या कारोबार,भूमिपुत्र का पहला अधिकार’’ आप्त वाक्य घोषित किया गया है। जनमंच का ध्वज, एजेंडा और अवधारणा भी जल्द ही एक पत्रकार सम्मेलन में जारी किए जायेंगे। इस मौके पर उत्तराखंड जनमंच के प्रमुख महासचिव ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा कि जनमंच का लोगो पर्वतीय प्रतिरोध असंतोष, गुस्से, स्वाभिमान, क्षेत्रीय जनाकांक्षाओं का प्रतीक है। उन्होने कहा कि उ त्तराखंड के भाग्य बदलने की यात्रा शुरु हो चुकी है। लो इसमें आते जायेंगे और आने वाले साल गवाही देंगे कि उत्तराखंड को गरीब,दीन-हीन और गुलाम नहीं बनाया रखा जा सकता। उन्होने कहा कि परिवर्तन न केवल संभव है बल्कि उससे भी बड़ी बात यह है कि हमारे पास परिवर्तन के अलाव कोई विकल्प नहीं है।
Uttrakhand Janmanch Today releases its logo. Secretary General of Janmanch Rajen Todariya said on this occasion that the logo is symbol of resistance of hills of Uttrakhand. He said that logo represents the regional discourse, anger, struggle and regional aspirations of the hills of Uttrakhand. He said that a long journey is ahead to make people of Uttrakhand prosperous and self reliant. Journey of change is begun. People will come together and the scenario will be changed cpmpletely . He said that change is not only possible but we have no option to go for change.
उत्तराखंड जनमंच ने अपना लोगो जारी कर दिया है। यह पहाड़ी क्षेत्रीयता के प्रतिरोध का प्रतीक है। ‘‘पहाड़ की आन,बान और शान’’ जनमंच का ध्येय वाक्य घोषित किया गया है जबकि ‘‘ रोजगार हो या कारोबार,भूमिपुत्र का पहला अधिकार’’ आप्त वाक्य घोषित किया गया है। जनमंच का ध्वज, एजेंडा और अवधारणा भी जल्द ही एक पत्रकार सम्मेलन में जारी किए जायेंगे। इस मौके पर उत्तराखंड जनमंच के प्रमुख महासचिव ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा कि जनमंच का लोगो पर्वतीय प्रतिरोध असंतोष, गुस्से, स्वाभिमान, क्षेत्रीय जनाकांक्षाओं का प्रतीक है। उन्होने कहा कि उ त्तराखंड के भाग्य बदलने की यात्रा शुरु हो चुकी है। लो इसमें आते जायेंगे और आने वाले साल गवाही देंगे कि उत्तराखंड को गरीब,दीन-हीन और गुलाम नहीं बनाया रखा जा सकता। उन्होने कहा कि परिवर्तन न केवल संभव है बल्कि उससे भी बड़ी बात यह है कि हमारे पास परिवर्तन के अलाव कोई विकल्प नहीं है।
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